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रोजाना 10 लाख की आमदनी करने वाला देश का दूसरा धनी मंदिर बना पटना का महावीर मंदिर…परोपकार पर खर्च करेगा सालाना 22.60 करोड़

तिरुपति बालाजी मंदिर की आमदनी देश भर में है नंबर पर

Patna- देश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के बाद पटना की महावीर मंदिर आमदनी में दूसरे नंबर पर पहुंच गयी है.यहां विभिन्न स्रोत से प्रतिदिन लगभग 10 लाख की आमदनी हो रही है. बढ़ती आमदनी को देखते हुए महावीर मंदिर प्रबंधन ने महीने में करीब 2 करोड़ की राशि जनहित पर खर्च करने की घोषणा की है.

1987 में होती थी सालाना 11 हजार की आमदनी

इस संबंध में महावीर स्थान न्यास समिति के सचिव आर्चाय किशोर कुणाल ने बताया कि 1987 में मंदिर की आमदनी सालाना 11 हजार होती थी और अभी प्रतिदिन की महावीर मंदिर की इनकम 10 लाख रुपए को पार कर गई है। इसमें मंदिर के भेंट पात्रों से निकली चढ़ावे की राशि, कर्मकांड शुल्क, नैवेद्यम् की बचत राशि, स्वैच्छिक चंदे से मिली धनराशि, विक्रय केंद्रों की बचत और बैंक से मिलने वाले ब्याज शामिल है।

इसके साथ ही आचार्य किशोर कुणाल ने कहा महावीर मन्दिर का मूल मंत्र है – सर्वभूतहिते रतः यानी सभी प्राणियों के कल्याण के लिए यह न्यास प्रयत्नरत है.इस हिसाब से मंदिर शुरुआती दौड़ से प्रयास कर रहा है।इस साल महावीर मंदिर न्यास ने सामाजिक सरोकार एवं परोपकार पर 22.60 करोड़ की राशी खर्च करने का निर्णय लिया है .इसमें मरीजों की सहायता के साथ ही और सहयोग के लिए मुफ्त भोजन एवं अन्य मद में राशि खर्च की जाएगी. महावीर कैंसर संस्थान में 18 साल तक के मरीजों का निःशुल्क इलाज,
महावीर अस्पतालों में भर्ती मरीजों को निःशुल्क भोजन,
भक्तों के लिए अयोध्या में राम रसोई, सीतामढ़ी में सीता रसोई में राशी खर्च की जायेगी.

इस दौरान आचार्य किशोर कुणाल ने धर्म की एक सुन्दर परिभाषा पढी – ‘यतोऽभ्युदयनिः श्रेयस सिद्धिः स धर्म:’ यानी जिससे अभ्युदय और कल्याण हो, वही धर्म है।धर्म के चार स्तंभ कर्मकांड, दर्शन, नैतिक मूल्य और परोपकार है। शुरू के तीनों स्तंभों को मजबूत रखते हुए महावीर मन्दिर परोपकार एवं गरीबों की सहायता के मद में जितना काम कर रहा है, कम से कम उत्तर भारत में कोई संस्था इसकी बराबरी में नहीं है।

कैंसर पीड़ितों के इलाज फर 5.50 करोड़ होगा खर्च

महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में महावीर मन्दिर और इसके अस्पताल परोपकार पर कुल लगभग 22.60 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। इनमें महावीर कैंसर संस्थान में 18 साल तक के कैंसर पीड़ितों के निःशुल्क इलाज पर 5.50 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। महावीर कैंसर संस्थान के ब्लड बैंक में कैंसर मरीजों को मात्र 100 रुपये में एक यूनिट ब्लड दिया जाता है। देश के किसी सरकारी, गैर सरकारी या सेवा भावी संस्था द्वारा इतनी सस्ती दर पर रक्त उपलब्ध नहीं कराया जाता है। इस मद में इस वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ रुपये खर्च अनुमानित है। महावीर मन्दिर की ओर से कैंसर मरीजों के प्रारंभिक जांच और शुरुआती इलाज के लिए 10 से 15 हजार रुपये प्रति मरीज अनुदान राशि दी जाती है। इस वित्तीय वर्ष में इस मद में 1.75 करोड़ रुपये अनुमानित है।
गरीब मरीजों को इलाज में विशेष रियायत पर 3 करोड़ का व्यय करेगी.
चालू वित्तीय वर्ष में महावीर अस्पतालों में गरीब मरीजों को इलाज में विशेष छूट पर महावीर मन्दिर द्वारा 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।इतनी ही राशि महावीर मन्दिर द्वारा संचालित अस्पताल भी वहन करेंगे। गरीब मरीजों को इलाज में विशेष छूट की कुल राशि में से आधी महावीर मन्दिर न्यास द्वारा और आधी राशि संबंधित महावीर अस्पतालों द्वारा वहन की जाती है।

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मन्दिर द्वारा संचालित अस्पतालों में रियायती दरों पर गुणवत्ता पूर्ण इलाज की सुविधा दी जा रही है। फिर भी ऐसे कई मरीज आते हैं जो रियायती दरों पर भी इलाज में सक्षम नहीं रहते। उनके लिए महावीर अस्पतालों में 10 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 50 प्रतिशत तक छूट का प्रावधान किया है। विभागों के विभागाध्यक्ष अपने स्तर पर गरीब मरीजों को इलाज में 10 प्रतिशत तक छूट दे सकते हैं। अपर निदेशक या निदेशक इलाज के बिल में 20 प्रतिशत तक रियायत दे सकते हैं। अधिक निर्धन मरीजों के लिए निदेशक, अपर निदेशक और चिकित्सा अधीक्षक की समिति को 50 प्रतिशत तक छूट देने के लिए अधिकृत किया गया है। यह समिति मरीजों की वास्तविक स्थिति का आकलन कर छूट के संबंध में उचित निर्णय ले सकती है। महावीर मन्दिर के अस्पतालों को मन्दिर न्यास की ओर से इस वर्ष 2.80 करोड़ रुपये अनुदान भी दिया जाएगा।

अयोध्या में राम रसोई और सीतामढी में सीता रसोई के जरिए मुफ्त भोजन

किशोर कुणाल के मुताबिक
भक्तों के लिए राम और सीता रसोई, भर्ती मरीजों को निःशुल्क भोजन
महावीर मन्दिर की ओर से अयोध्या स्थित अमावा राम मन्दिर परिसर में रामलला के दर्शनार्थियों के लिए राम रसोई संचालित की जा रही है। राम रसोई के माध्यम से अयोध्या के इतिहास में पहली बार महावीर मन्दिर न्यास ने सभी तीर्थयात्रियों को निःशुल्क भोजन सुलभ करने का कीर्तिमान किया है। 2020 की विवाह पंचमी से प्रारम्भ राम रसोई में भक्तों ने मार्च 2023 तक 13,42,797 तथा अप्रैल, 2023 में 92,753 भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया है। इसमें उत्तम कोटि के नौ व्यंजन परोसे जाते हैं- खासता कचौरी, चावल (कतरनी), अड़हर दाल/साम्भर, आलूदम, कोफ्ता, मीठी चट्टनी, तिलौड़ी, पापड़ एवं घी।
इसी प्रकार माता जानकी की प्राकट्य स्थली पुनौराधाम में महावीर मन्दिर की ओर से सीता रसोई चलायी जा रही है। यहां भी जानकी प्राकट्य स्थान के दर्शनार्थी श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन दिया जाता है। महावीर मन्दिर, पटना में प्रतिदिन दरिद्रनारायण भोज कराया जाता है। इन तीनों मदों को मिलाकर इस वित्तीय वर्ष में 3.50 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। महावीर मन्दिर न्यास द्वारा संचालित सभी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दोनों समय निःशुल्क भोजन और सुबह का नाश्ता दिया जाता है। इस पर भी इस साल 1.20 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
दलित उत्थान के लिए भी बजट प्रावधान किया गया है।
महावीर मन्दिर के चालू वित्तीय वर्ष के बजट में दलित उत्थान एवं सहायता के लिए 20 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। गरीबों को स्वास्थ्य क्षेत्र के अलावा अन्य प्रकार से मदद के लिए 50 लाख रुपये निर्धारित किए गए हैं। इस प्रकार, महावीर मन्दिर न्यास गरीबों की सहायता एवं राहत के लिए अनेक प्रकल्प चलाकर ‘परोपकारः पुण्याय’ की आर्ष वाणी को चरितार्थ कर रहा है।

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