भीषण गर्मी में कैसे करें खुद का बचाव… जानना है जरूरी
दोपहर में बाहर निकलने से बचें और पानी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें
Patna- बिहार की राजधानी पटना समेत कई इलाकों में भीषण गर्मी का असर दिखने लगा है. चिलचिलाती धूप की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ी है वही आने वाले दिनों में लू चलने की संभावना है. ऐसे में यह जरूरी है कि गर्मी से बचने के लिए जरूरी कदम जरूर उठाएं.
चिकित्सकों की माने तो भीषण गर्मी के मौसम में संक्रामक रोग दस्त, पेचिश, पीलिया, हैजा, मस्तिष्क ज्वर और फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारी फैलने की आशंका ज्यादा रहती है।
इसके साथ ही गर्मी के दिनों में बीच दोपहर में बाहर निकलने पर लू लगने की आशंका प्रबल रहती है . चिकित्सकों की माने तो जब रोगी के शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है तब लू लगती है। प्रचंड गर्मी में पसीने के साथ में शरीर में संचित नमक और पानी बाहर निकलता है जिसके कारण रक्त और नाड़ी की गति तेज हो जाती है। सांस लेने की दर भी ठीक नहीं रहती है और शरीर में धीरे धीरे ऐंठन शुरू हो जाती है। लू लगने के कारण बुखार काफी तेज हो जाता है, आंखें व हाथ-पैरों के तलवों में जलन होती है। इससे आदमी बेहोश हो सकता है, बहुत अधिक गर्मी और जलन होने से रोगी के शरीर में बेचैनी हो जाती है, मुंह सूखना, गला सूखना, बार-बार प्यास लगना जैसे लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं।
ऐसे में जरूरी है कि हम सावधानी बरतें आखिर गर्मी से बचाव के लिए हम लोग क्या-क्या कर सकते हैं चिकित्सकों की राय कुछ इस प्रकार है
1.गर्मी के दिनों में अपने घरों को ठंडा रखें। दरवाजे और खिडकियां बंद रखें। रात में तापमान कम होने के समय खिड़की, दरवाजे खोले जा सकते है।
2-काम करते समय हल्के सूती कपड़े फीके रंग के कपड़े पहने। काले या गहरे रंग के कपड़े ज्यादा ना पहने.
3- सिर पर रुमाल या टोपी पहने जिससे न केवल सिर का ही नहीं बल्कि कान और चेहरे का धूप से बचाव हो सके।
4- छोटे बच्चे और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अधिकांश समय छांव में ही रहें। कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचें.
5- धूप में खड़े वाहनों में बैठने से बचें।
6- धूप से बचाव के लिये सनस्क्रीन घोल लगाइए और उसके 15 मिनट बाद घर से बाहर निकले।
7- मस्तिष्क पर असर डालने वाली दवाएं और नशीले पदार्थों का सेवन भूलकर भी न करें।
8- जब धूप में काम करना बहुत जरुरी हो तभी जाएं तब धीरे धीरे गर्मी के माहौल में जाए, एकदम से न जाएं। हर दिन धूप में काम करने की 1-2 घंटे कोशिश करें जिससे शरीर गर्मी को सहने की आदत सीखे।
इस तरह की सावधानियां बरतकर धूप से बचाव किया जा सकता है।
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