Positive News Live – केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति मिलने के बाद भी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक बिहार में डटे हुए हैं और लगातार ऐसे आदेश जारी कर रहे हैं जो शिक्षकों को असहज कर रहा है. विरोधी के साथ ही सत्ताधारी दल के नेता भी पाठक की कार्यशाली पर सवाल उठा रहे हैं, पर सरकार उनके आदेश के खिलाफ किसी तरह का कदम नहीं उठा रही है जिससे इन शिक्षकों में काफी गुस्सा और आक्रोश है.
केके पाठक के आदेश की वजह से लाखों शिक्षकों की होली खराब हो गई क्योंकि होली के दिन उन्हें स्कूल जाना पड़ा और रास्ते में कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ी. शिक्षकों को हो रही परेशानियों से संबंधित कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें वह कीचड़ से सने हुए हैं.
वहीं दूसरी और के के पाठक ने होली के दौरान 25 मार्च से 20 हज़ार प्राथमिक शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखा है. जिसका विरोध शिक्षकों द्वारा लगातार किया जा रहा है वही विरोध करने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. दरभंगा जिला शिक्षा पदाधिकारी का एक आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें प्रशिक्षण शिविर में शामिल नहीं होने और सोशल मीडिया के जरिए विरोध करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है. इसके लिए संबंधित शिक्षकों की लिस्ट बनाई जा रही है.
महागठबंधन सरकार में जब के के पाठक का इस तरह का आदेश निकलता था तो बीजेपी के नेता लगातार हमलावर रहते थे, लेकिन अब बीजेपी की सरकार होने के बावजूद वे पाठक के मनमाने आदेश को नहीं रोक पा रहे हैं. केके पाठक तो राजभवन के आदेश की भी अवहेलना कर रहे हैं. अब आम लोग भी चर्चा करने लगे हैं शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करना तो सही कदम माना जा सकता है पर मनमाने आदेश और मंत्री एवं राजभवन के आदेश की अनदेखी करना किसी अधिकारी के लिए कैसे सही माना जा सकता है.