Desk-बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चन्द्रशेखर काफी दिनों से कार्यालय नहीं जा रहे हैं..वहीं अपर मुख्य सचिव हर दिन नये -नये आदेश निकाल रहे हैं और इन आदेशों का पालन भी हो रहा है।शिक्षक संघ ने केके पाठक के आदेश के आलोक में शिक्षकों के साथ मनमानी और नियमों के विरुद्ध एक्शन लेने और वेतन लेने का आरोप लगाया है,पर शिक्षक संघ की आपत्ति का असर होता हुआ नहीं दिख रहा है।ऐसे में शिक्षकों के एक वर्ग ने केके पाठक पर पावरफूल अधिकारी होने की बात कहते हुए अपनी कुछ पुरानी मांगो को सोसल मीडिया के माध्यम से रखा है और इसे पूरा करने की मांग की है।
इन्हौने लिखा है कि आजकल अपर मुख्य सचिव के आदेश निकलते ही तमिला हो जा रहा है। यहां तक की प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिर्फ बोल देने से भी उनका आदेश मानकर पदाधिकारी लोग इस कार्य को पूर्ण कर दे रहे हैं।ऐसे में यदि अपर मुख्य सचिव महोदय शिक्षक और छात्र हित के लिए इन कार्यों को भी करा देते तो अच्छा होता,जिसमें से कुछ लंबित कार्य नियमावली 2012 और 2020 के आलोक में है।
(1) शिक्षकों का वेतन प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में देने की व्यवस्था हो जाए।
(2)नियोजित शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांतरण कर दी जाए।
(3) नियोजित शिक्षकों को कालबद्ध प्रोन्नति का लाभ दे दी जाए।
(4)नियोजित शिक्षकों को स्नातक प्रमोशन का लाभ दे दी जाए।
(5) शिक्षकों से सिर्फ शैक्षणिक कार्य करवाया जाए।
(6) MDM और BLO के कार्यों से मुक्त कर दी जाए।
(7) विद्यालय से बाहर किसी भी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति ना की जाए।
अगर इन मांगो को केके पाठक पूरा कर देते हैं,तो शिक्षकों का पूरा सहयोग उनके अभियान को सफल बनाने में मिलेगा.