Patna- बिहार के 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान होना है, पर इस बार सबसे ज्यादा हाईप्रोफाइल सीट हाजीपुर होने जा रहा है, जहां सगे चाचा और भतीजा आमने -सामने होंगे. इसकी तैयारी शुरु हो गयी है.
मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी ने nda में भतीजा चिराग पासवान की पार्टी को 5 सीटें दी हैं जबकि चाचा पशुपति पारस की पार्टी को आउट कर दिया है. इससे पारस और उनके सहयोगी नाराज़ हैं, पर बीजेपी के समक्ष हथियार डालने के बजाय दो -दो हाथ करने को तैयार हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पशुपति पारस मोदी मंत्रिमंडल से जल्द ही इस्तीफा देंगे और महागठबंधन के साथ मिलकर nda के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. पशुपति खुद अपनी हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि nda की तरफ से चिराग पासवान हाजीपुर सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी लोजपा में पारिवारिक संघर्ष शुरु हुआ था.2020 के विधानसभा में बीजेपी के इशारे पर चिराग ने अपने ही nda कि सहयोगी Jdu के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसकी वजह से jdu तीसरे नंबर कि पार्टी बनकर रह गई थी. इससे नाराज़ नीतीश और jdu ने चिराग को निशाना बनाया और Ljp को तोड़ने और चिराग के चाचा पारस को केंद्र में मिनिस्टर बनाने में मदद की. चिराग पासवान अलग -थलग पड़ गए. इस बीच नीतीश के महागठबंधन के साथ बिहार में सरकार बनाने के बाद बीजेपी और चिराग नजदीक आये और लोकसभा चुनाव में चाचा पारस की जगह भतीजा चिराग को तवज्जो दी. इस बार jdu और नीतीश कुमार भी पारस की सहायता नहीं कर सके.