Patna – बिहार के 1. 90 लाख शिक्षकों के तबादला को लेकर शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. शिक्षकों द्वारा दिए गए आवेदन की स्कूटी के लिए 16 अधिकारियों की टीम बनाई है जो इन आवेदनों पर विचार करेगी कि जिस वजह से आवेदन दिया गया है वह उचित है या नहीं. इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने क्लियर कर दिया है कि आखिर सबसे पहले किन शिक्षकों के आवेदन पर विचार होगा और सबसे अंत में किन शिक्षकों.. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है.
इस आदेश में कहा गया है 1 दिसंबर से 15 दिसंबर 2024 तक राज्य के 1 लाख 90 हज़ार शिक्षकों ने तबादला को लेकर आवेदन दिया है. इस तबादला को चार चरणों में पूरा किया जाएगा और सबसे पहले असाध्य रोग यानी कैंसर जैसे गंभीर रोग से पीड़ित शिक्षकों के आवेदन पर विचार किया जाएगा उसके बाद अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिक्षकों के आवेदन पर विचार होगा.दिव्यांगता के आधार पर स्वयं नियुक्त या मानसिक दिव्यांग और विधवा एवं परित्यक्ता के आवेदन पर विचार होगा.
वहीं दूसरे चरण में पति और पत्नी के पदस्थापन के आधार पर स्थानांतरण के लिए आवेदन पर विचार किया जाएगा जबकि तीसरे चरण में ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापना की दूरी के कारण शिक्षिका द्वारा दिए गए आवेदन पर विचार होगा और अंतिम में ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापना की दूरी के कारण पुरुष शिक्षकों के आवेदन पर विचार किया जाएगा.
इन सभी आवेदनों पर चार चरणों में विचार होगा और इन चार चरणों में स्थानांतरण भी किया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा इस कार्य के लिए 16 अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. और इन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे स्वयं ही इन सभी आवेदनों की स्कूटी करेंगे और अपने सहायकों की सहायता नहीं लेंगे और ना ही आवेदक से संपर्क करेंगे.
इस आदेश में कोई निश्चित तिथि तय नहीं की गई है जिसमें कि शिक्षकों का तबादला होगा लेकिन इससे स्पष्ट होता है ककि तबादला को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर है और उसने आवेदन लेने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है.