Patna :- चुनावी साल में सत्ताधारी एनडीए गठबंधन में सीटों के तालमेल को लेकर बड़ी खबर आ रही है, मिली जानकारी के अनुसार सीटों को लेकर आपसी सहमति बनी है, जिसके आधार पर जदयू बड़े भाई के रूप में चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के अनुसार जदयू 102 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि भाजपा 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, वहीं सहयोगी दल के लिए 40 सीटें छोड़ी जाएगी, इसमें से 25 से 28 सीट चिराग पासवान के लोजपा रामविलास पार्टी को, 8 से 10 सीट जीतनराम मांझी की हम पार्टी को और 4 से 5 सीटें उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम पार्टी को मिलने की चर्चा है.
हालांकि इस सियासी चर्चा के बीच जीतनराम ने इन खबरों का खंडन किया है, और कहा है कि अभी सीटों का तालमेल नहीं हुआ है जुलाई अगस्त माह में यह प्रक्रिया एनडीए के अंदर पूरी होगी.
बताते चलें कि जीतन राम मांझी 40 सीटों की डिमांड कर चुके हैं और अभी की चर्चा के अनुसार उन्हें 2020 के विधानसभा चुनाव के अनुसार ही करीब 8 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है, शायद इसीलिए जीतन मांझी सीटों के इस तालमेल का खंडन में कर रहे हैं.
बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी बड़े भाई के रूप में बिहार में चुनाव लड़ी थी उसने 40 में से 17 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे जबकि सहयोगी जदयू 16 सीटों पर, चिराग पासवान को 5 सीट,जीतनराम मांझी को एक सीट और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक सीट मिली थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में जेडीयू बीजेपी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बिहार में बड़े भाई होने का एक मनोवैज्ञानिक दवा बनाने की कोशिश करेगी, क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की वीडियो तीसरे स्थान पर रही थी.