महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं फुलपरास की DSP दुर्गा शक्ति
शादी के 17 साल बाद पहले प्रयास में BPSC में मारी हैं बाजी
Desk-मधुबनी के फुलपरास अनुमंडल की नई डीएसपी(dsp) बनीं हैं दुर्गा शक्ति… इनकी डीएसपी बनने की कहानी महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
बताते चलें कि गोपालगंज की रहने वाली दुर्गा शक्ति की शादी महज 18 साल की उम्र में सीतामढ़ी जिला के रहने वाले आनंद अशोक के साथ हुई थी.दुर्गा बचपन से ही मेधावी थी। खेलकूद में बढ चढ़कर भाग लेती थी,और कई बार राष्ट्रीय स्तर पर मेडल भी जीती थी.उसका ख्वाब था कि वह पुलिस सेवा में जाए और अधिकारी बनकर समाज की सेवा करें,लेकिन शादी हो जाने के बाद उन्हें लगा कि अब अपने सपने को भूल जाना पड़ेगा.लेकिन जुनून और जज्बे के साथ पति के सहयोग ने उन्हें हर परिस्थिति का सामना करने का हौसला दिया.
अंततः शादी के 17 साल बाद बिहार पुलिस सेवा में डीएसपी बन गई. पति के सहयोग से ही दुर्गा शक्ति ने स्नातक और उससे आगे की पढ़ाई की फिर पुलिस सेवा में जाने की इच्छा की बात उन्होंने अपने पति से शेयर किए जिसके बाद दोनों ने मिलकर बीपीएससी की तैयारी करने की सोची.
2017 में दुर्गा शक्ति ने बीपीएससी(bpsc) का आवेदन देकर तैयारी शुरू की और पहले ही प्रयास में वह पुलिस सेवा के लिए चुन ली गई और 2019 में वह डीएसपी बन गई. प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कई जगह थानेदारी भी की और उनके काम की तारीफ वहां के स्थानीय लोगों ने की. अब वह मधुबनी के फुलपरास में डीएसपी बनी है जिसके बाद उन्हें हर तरफ से बधाई मिल रही है और काफी संख्या में महिलाएं एवं युवतियां उनसे अपना अनुभव शेयर करने का आग्रह करती है कि पारिवारिक जीवन मैं समय देते हुए उन्होंने कैसे आगे की पढ़ाई की और फिर बीपीएससी परीक्षा की तैयारी की और दुर्गा शक्ति सभी सवालों का जवाब व्यवहारिक तरीके से देती हैं.
निश्चित रूप से डीएसपी दुर्गा शक्ति उन युवतियों के लिए मिशाल है जो शादी के बाद अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में अपना प्रयास करना छोड़ देती हैं।
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