patna:-शपथ ग्रहण के करीब डेढ़ माह बाद बिहार की नीतीश सरकार की मंत्रिमंडल का विस्तार आज हो सकता है.इसको लेकर तैयारी पूरी की जा रही है.मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू और बीजेपी कोटे के विधायकों के मंत्री बनाया जाना तो तय है,पर इसके साथ ही मौजूदा एक सांसद को भी मौका दिया जा सकता है.
मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू कोटे में उन्ही नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी,जो महागठबंधन सरकार में मंत्री थे.इनमें अशोक चौधरी,रत्नेश सदा,लेसी सिंह,मदन सहनी,जमा खा का नाम प्रमुख रूप से है.वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष से इस्तीफा देने वाले महेश्वर हजारी को भी मंत्री बनाया जा सकता है.
वहीं बीजेपी की तरफ से अभी तक मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं के नामों का खुलासा नहीं हो पाया है,पर सूत्रों के के अनुसार इसमें ज्यादा नये विधायकों और विधान पार्षदों को मौका मिल सकता है और 2020 में एनडीए सरकार में मंत्री बने अधिकांश नेताओं को मौका नहीं मिलेगा.इसके साथ ही चर्चा है कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के समस्तीपुर से सांसद प्रिंस को भी बिहार सरकार में जिम्मेदारी दी जा सकती है.क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव में एनडीए की सीट बंटवारा में केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की रालोजपा को झटका लगने वाला है.उनका भतीजा चिराग पासवान को बीजेपी ज्यादा तवज्जो दे रही है और इसके अनुसार पारस की हाजीपुर सीट चिराग पासवान के खाते में जानेवाली है,जबकि पारस को समस्तीपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा जाने वाला है.ऐसें में समस्तीपुर के मौजूद सासंद प्रिंस को बिहार सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.
बताते चलें कि लंदन से लौटने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा के साथ बुधवार को लंबी बैठक की है.इसमें मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हुई है. इसमें जेडीयू कोटे के संभावित मंत्रियों की लिस्ट फाइनल हो चुकी है,और बीजेपी की लिस्ट पर आलाकमान से मुहर लगने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जायेगा.
गौरतलब है कि मुख्य विपक्षी आरजेडी लगातर यह आरोप लगा रही है कि एनडीए सरकार में नीतीश कुमार दवाब में काम कर रहैं और और बीजेपी अपनी शर्तों पर उनसे काम करवा रही है.बीजेपी की वजह से ही मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है.