नालंदा खुला विवि को CM नीतीश ने दिया देश का सबसे बढ़िया कैंपस:जानिए यहां की खासियत.. .
स्थापना के बाद 36 साल से पटना के बिस्कोमान भवन में चल रहा था विश्वविद्यालय का कार्यालय
देश भर के खुला विवि में सबसे बढ़िया कैंपस नालंदा खुला विवि का बना है-CM नीतीश
DESK- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल से नालंदा खुला विश्वविद्यालय को 36 साल बाद अपना परिसर मिल गया है.121 करोड़ की लागत से बने इस परिसर की भव्यता लोगों को सहज ही आकर्षित करती है. यहां पढ़ाई के साथ ही अन्य सुविधाओं के लिए इंतजाम किए गए हैं. अब तक यह स्थापना कल से ही पटना के विस्कोमान स्थित भवन में चल रहा था लेकिन अब इसे अपना भवन एवं परिसर मिल गया है .इससे नालंदा खुला विश्वविद्यालय के जुड़े कुलपति समेत सभी शिक्षक और कर्मी काफी खुश और उत्साहित हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने आज नालंदा जिला अंतर्गत सिलाव अंचल स्थित बड़गांव में 121 करोड़ रुपये की लागत से बने नालंदा खुला विश्वविद्यालय के नव निर्मित भवन के शिलापट्ट का अनावरण कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। इस अवसर पर नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के०सी० सिन्हा ने मुख्यमंत्री को पौधा, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया ।
नालंदा खुला विश्वविद्यालय का यह परिसर 10 एकड़ क्षेत्र में लगभग 121 करोड़ रूपये की लागत से बनाया गया है। इस नये भवन में आधुनिक सुविधाओं से युक्त कार्यालय के साथ-साथ सेमिनार, सम्मेलन एवं कार्यशाला आयोजित करने की सुविधायें उपलब्ध करायी गयी हैं। इसमें छात्रों एवं छात्राओं के लिये अलग-अलग छात्रावास तथा अतिथिशाला भी बनाये गये हैं। इससे विश्वविद्यालय में कला-संस्कृति एवं खेल – कूद आदि से संबंधित कार्यक्रमों के आयोजन में शामिल होने के लिये दूर से आनेवाले विद्यार्थियों को रहने में सहूलियत होगी। अतिथिशाला की सुविधा से सेमिनार एवं कार्यशालाओं में भाग लेने हेतु देश-विदेश से आनेवाले विद्वानों को रहने में सुविधा होगी। यहां पत्रकारिता पाठ्यक्रम के छात्रों के अध्ययन के लिये स्टूडियो भी तैयार किया गया है। लाइब्रेरी और कम्प्यूटर लैब भी अलग-अलग तल पर बनाये गये हैं।
उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने नालंदा खुला विश्वविद्यालय के भवन का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय, एकेडमिक भवन, एडमिन भवन आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के नव निर्मित भवन में विद्यार्थियों के पठन-पाठन, उनके आवासन एवं अन्य उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दी। कुलपति के०सी० सिन्हा ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां अतिथियों के ठहरने के लिए 24 कमरों के गेस्ट हाउस की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यहां परीक्षा भवन की क्षमता 1500 विद्यार्थियों की है। उसका विस्तार करें और परीक्षा भवन को 2500 विद्यार्थियों की क्षमता के रुप में विकसित करना सुनिश्चित करें। इसका इस्तेमाल ऑडिटोरियम के रूप में भी हो सकेगा। इस विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति, प्रतिकुलपति प्रोफेसर, विद्यार्थियों एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मियों के आवासन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध रखें। उन्होंने कहा कि यहां नालंदा खुला विश्वविद्यालय का काफी सुंदर एवं भव्य भवन बन गया है। बड़ी संख्या में यहां विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए हर प्रकार की बुनियादी सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई गई हैं। बेहतर ढंग से इसका निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां काफी जगह है। इसके एक हिस्से को विश्वविद्यालय के कॉन्सेप्ट के रुप में भी विकसित करें। एक तरफ खुला विश्वाविद्यालय के कॉन्सेप्ट पर विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे, वहीं इसके दूसरे हिस्से में विश्वविद्यालय की तर्ज पर भी विद्याथी शिक्षा ले सकेंगे।
कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय का कामकाज पटना में छोटी-सी जगह से होता था लेकिन अब बड़गांव, नालंदा में इसके भवन का बड़े स्तर पर निर्माण करवाया गया है। हमने इसके लिए यहीं पर जगह देखी थी और अधिकारियों से कहा था कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय का निर्माण यहीं पर करवाइए। नालंदा खुला विश्वविद्यालय का भवन अब बहुत सुंदर बन गया है। अब बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं यहां पर अपना नामांकन करा सकते हैं। इस विश्वविद्यालय में राज्य के बाहर के भी छात्र-छात्राएं नामांकन कराते हैं इसीलिए हमने सलाह दी है कि अगर यहां पर आकर कोई पढ़ना चाहे तो उसके रहने-खाने और अन्य सुविधाओं आदि का भी पर्याप्त इंतजाम होना चाहिए। यहां पढ़ानेवाले शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं के रहने के लिए बड़े-बड़े कमरों वाले भवनों का भी निर्माण करा दिया गया है। इससे बढ़िया ओपन यूनिवर्सिटी इस देश में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी। इसका निर्माण अपने आप में अद्भुत है। हमने वर्ष 2019 में इसका शिलान्यास किया था और आज ये बनकर तैयार हो गया है। आज हमने इसका उद्घाटन भी कर दिया है। अब जब यह बनकर तैयार हो गया है तो एक-दो दिन में पटना से यहां पर सारा कुछ शिफ्ट कर दिया जाएगा। अब नालंदा खुला विश्वविद्यालय का सारा काम यहीं से होगा। अगर जरूरत होगी तो इसका विस्तार भी किया जाएगा।
वर्तमान में नालंदा खुला विश्वविद्यालय में 105 पाठ्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इनमें से अनेक पाठ्यक्रम रोजगारोन्मुखी, व्यावसायिक एवं कौशल विकास से संबंधित हैं। अभी नालंदा खुला विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की कुल संख्या लगभग 1 लाख 20 हजार है।
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