Patna – बिहार में जमीन सर्वे का काम 20 अगस्त से चल रहा है. इस बीच बिहार सरकार के भूमि एवं राजस्व विभाग के पोर्टल पर दाखिल खारिज के लिए आवेदनों की संख्या में बेतहाशय बढ़ोतरी हुई है वही इनमें से अधिकांश आवेदन को विभाग द्वारा और स्वीकृत कर दिया जा रहा है. अधिकारियों के इस रवैया के प्रति विभागीय मंत्री दिलीप जायसवाल ने नाराज की जताई है.
मंत्री दिलीप जायसवाल ने विभाग के सीनियर अधिकारियों और सभी अंचलाधिकारी के साथ पटना में बैठक की जिसमें भूमि सर्वे के साथ ही दाखिल खारिज को लेकर अंचलाधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है. मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही है कि कई अंचलाधिकारी के द्वारा जानबूझकर दाखिल खारिज की याचिका को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है. ऐसे मामले और अधिकारियों की सिनाख्त की जा रही है और इन अधिकारीयों ने अपना रवैया नहीं बदला तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बताते चलें की भूमि सर्वे की शुरुआत के बाद से दाखिल खारिज के लिए भी आवेदनों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. अंचल कार्यालय से कई वजह बता कर अधिकांश आवेदन को खारिज कर दिया जा रहा है. वही दाखिल खारिज में परोक्ष रूप से बिजोलिया गिरोह भी काम कर रहा है जो आवेदनकर्ता से दाखिल-ख़ारिज करने की आवाज में पैसे की डिमांड करता है और जो आवेदक पैसा देने में आनाकानी करते हैं उनके विभिन्न आवेदन खारिज कर दिया जाता है. इसी शिकायत के आधार पर विभागीय मंत्री ने सभी अंचल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बिना वाज़िब वजह के दाखिल खारिज के आवेदन को अस्वीकृत न किया जाए.