Patna :- मुजफ्फरपुर की रेप पीड़िता की मौत मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद बिहार कa स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा है.रेप पीड़िता के इलाज में लापरवाही को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मुजफ्फरपुर के SKMCH की सुपरिंटेंडेंट डा कुमारी विभा और पटना के पीएमसीएच के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ अभिजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है. इस आदेश में यह बताया गया है कि मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल प्रबंधन द्वारा रेफर पॉलिसी का फॉलो सही तरीके से नहीं किया गया और अपनी ड्यूटी को निभाने में अस्पताल अधीक्षक विफल रही है इस वजह से उन्हें निलंबित किया जा रहा है.उन्हें स्वास्थ्य विभाग पटना में अटैच किया गया है. इसके साथ ही PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉक्टर अभिजीत सिंह को भी पद से हटा दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि उन्होंने अपनी ड्यूटी को ठीक तरीके से नहीं निभाया है, जो उनकी प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है.
बताते चलें कि मुजफ्फरपुर में 11 साल की नाबालिक दलित बच्ची से 26 मई को रेप हुआ था. रेप के दौरान उसका गला और सीना चीर दिया गया था. जख्मी हालत में पीड़िता बोलने में भी असक्षम थी. वह कागज पर लिखकर अपनी परेशानी बता रही थी. 5 दिन तक एसकेएमसीएच में वह भर्ती रही और उसे ना तो सही इलाज दिया गया ना ही रेफर किया गया. रेफर होने के बाद उसे पीएमसीएच भेजा गया था लेकिन कई घंटे तक पीड़िता को बेड नहीं मिला और एंबुलेंस में ही इलाज चलता रहा, और फिर उसकी मौत हो गई. इस मौत के बाद कांग्रेस के नेताओं ने PMCH प्रबंधन पर सवाल उठाए थे और काफी हंगामा हुआ था, जो मीडिया की सुर्खियां बनी थी.इसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा था. इसके बाद बिहार सरकार का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हुआ और दोनों अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की गई है इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने विभाग के सीनियर तीन अधिकारियों की टीम बनाई है, जो पूरे मामले की जांच पड़ताल करके रिपोर्ट देगी.
वहीं दूसरी और रेप के आरोपी के खिलाफ ग्रामीणों ने कानून अपने हाथ में लिया और उसके घर को आग लगा दी. आरोपी के परिवार के सभी सदस्य फरार हैं. बताते चले कि आरोपी रोहित साहनी ने दो शादियां की है पर उसके व्यवहार की वजह से एक भी पत्नी उसके साथ नहीं रहती है.