बिहारशरीफ अनुमंडल कार्यालय परिसर में मिली शराब की दर्जनों खाली बोतलें,अधिकारियों पर उठे सवाल

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Desk- शराबबंदी वाले बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से बड़ी खबर है यहां के बिहारशरीफ अनुमंडल कार्यालय परिसर में बड़े पैमाने पर शराब की खाली बोतलें और रैपर मिला है . इसके अलावा संदिग्ध इंजेक्शन भी फेंका हुआ मिला है. इसके बाद अनुमंडल दिया कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों पर उंगली उठने लगी है इस मामले में कुछ स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सिर्फ गरीबों के लिए शराबबंदी है अफसर और बड़े लोगो के लिए शराबबंदी नही है ।

इस मामले में सफाई देते हुए बिहारशरीफ के एसडीओ ने कहा अनुमंडल कार्यालय में जो शराब की खाली बोतल मिली है . इसकी जांच कराई जाएगी और पूरे कैम्पस को सेनिटाइज कराया जाएगा ।

पर अधिकारियों के इस आश्वासन से स्थानीय लोग खुश नहीं है वह सवाल उठा रहे हैं कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला के क्षेत्र में इस तरह की स्थिति दिख रही है तो फिर बाकी जगहों पर क्या स्थिति रहती होगी.

बताते चलें कि बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार प्रयास कर रहे हैं। थाना की पुलिस भी आये दिन छापेमारी कर शराब की बरामदगी कर रही और प्रत्येक दिन दर्जनों लोगों जेल के सलाखों के पीछे भेजे जा रहे हैं मगर जिस विभाग को शराब और शराबी को पकड़ने की जिम्मेवारी सौपी गई है वह उत्पाद विभाग सरकारी गाड़ी के डीजल खर्च करने के अलावा कुछ नही कर रही है . यही वजह है कि आए दिन बिहार के अलग-अलग जिलों से जहरीली शराब से मौत की खबर आती रहती है।
गौरतलब है कि बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी और छोटी पहाड़ी में 14 जनवरी 2022 को दर्जनों लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई थी ।मौत के बाद उत्पाद विभाग कुछ दिन तक अपनी चहलकदमी दिखाया और फिर शांत हो गया आज भी बिहार शरीफ में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है और उसे पीने वाले की भी कमी नहीं है . अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय के कैंपस में 50 से ज्यादा शराब की खाली बोतलें और रे पका मिलना इस बात को प्रमाणित करता है की इस कार्यालय परिसर में भी शराब का पान होता है.

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