BJP ने बिहार में बदली रणनीति, गिरिराज सिंह ने CM नीतीश के लिए मांगा भारत रत्न..

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद 2025 में नेतृत्व को लेकर होने लगी थी बयानबाजी

Desk

Desk :- दिल्ली में आयोजित बिहार बीजेपी की कोर कमेटी के बैठक के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर बदली हुई दिख रही है और बीजेपी के नेता अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तारीफों के पुल बांधने लगे हैं, विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खुलेआम तारीफ करनी शुरू कर दी है, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग अपनी ही केंद्र की मोदी सरकार से की है.
अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय पहुंचे गिरिराज सिंह ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि जो युवा 30 साल से कम उम्र के हैं उन्होंने लालू प्रसाद यादव के जंगल राज को नही देखा है और ना ही झेला है, पर मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने बिहार को इस जंगल राज से बाहर निकाला है उनके काम की तारीफ के साथ उचित सम्मान भी मिलना ही चाहिए. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न मिलना चाहिए. गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार के साथ ही उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के काम की तारीफ करते हुए उन्हें भी भारत रत्न देने की मांग का समर्थन किया.

इससे पहले बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और अन्य भाजपा नेता दिल्ली से लौटने के बाद सीएम नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे हैं, और नीतीश के नेतृत्व में ही 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं.बताते चले कि एक न्यूज़ चैनल में सवाल जवाब के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि 2025 के चुनाव के दौरान यह फैसला किया जाएगा कि किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ना है. अमित शाह के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई थी और जेडीयू एवं भाजपा नेताओं के बीच बयानों की तल्खी शुरू हो गई थी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने आनन-फानन में एनडीए गठबंधन दल के नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें सभी नेताओं ने एक साथ 2025 के विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने की बात कही थी, लेकिन दिल्ली में आयोजित होने वाली बिहार बीजेपी की बैठक में शामिल होने के लिए जाने से पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा था कि 2025 चुनाव में नेतृत्व का फैसला दिल्ली के बड़े नेता करेंगे. इस मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए वे बहुत छोटे नेता हैं, इस बयान के बाद जदयू नेताओं को यह आशंका लगने लगी थी कि महाराष्ट्र की तर्ज पर बीजेपी बिहार में भी सहयोगी दल का साथ लेकर खुद के नेतृत्व को आगे बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है .

इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीमार होने की सूचना मिली और उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए. कुछ नया राजनीतिक फैसला लेने से पहले अक्सर सीएम नीतीश कुमार बीमार पड़ जाते हैं या फिर एकांतवास में चले जाते हैं. बीमार होने की सूचना के बाद तेजस्वी यादव और राजद की तरफ से भी नीतीश के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर दिखे, और बिहार की राजनीति में उलट पलट को लेकर फिर से सियासी चर्चा शुरू हो गई, इसके बाद भाजपा आलाकमान को अपनी रणनीति बदलने पड़ी. दिल्ली में हुई बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के ठीक विपरीत अब BJP नेता लगातार ये सफाई दे रहे हैं कि 2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार चुनाव लड़ा जाएगा और धुर विरोधी माने जाने वाले गिरिराज सिंह भी नीतीश कुमार के लिए भारत रत्न की मांग करने लगे हैं.

Share This Article
Leave a Comment