patna:-बिहार के स्वास्थ्य विभाग में 10709 एएनएम(anm)बहाली का मामला लगातार लटकता जा रहा है..कोर्ट कचहरी के चक्कर में हजारों अभ्यर्थी फंस गए हैं हैं.उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर परीक्षा और कागजात जांच के बाद भी उनकी भर्ती कब होगी.ये भर्ती होगी भी या कोर्ट कचहरी के चक्कर मे लटक कर रद्द हो जायेगी.
दरअसल बिहार तकनीकि सेवा आयोग (btsc)द्वारा 10709 एएनएम की भर्ती का मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है.पहले 2 अप्रैल को फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही थी,पर अब सुनवाई की अगली तारीख 9 अप्रैल कर दी गयी है.हाईकोर्ट के फैसले के आधार पर ही इनकी नियुक्ति की प्रकिया संभव हो पायेगी.बताते चलें कि बीटीएससी ने 2022 में 10709 एएनएम की स्थाई नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया था.इसमें एएनएम कोर्स में लाये गये नंबर और अनुभव के आधार पर मेधा सूची तैयार कर भर्ती की बात कही गयी थी.इस प्रकिया की तहत 2023 में अभ्यर्थियों की मेधा सूची भी जारी कर दी गयी थी,और प्रमाण पत्रों की जांच के लिए तिथि घोषित करना बाकी था.इस बीच सरकार ने भर्ती प्रकिया में बदलाव करते हुए ऑनलाइन लिखित परीक्षा के आधार पर रिजल्ट जारी करने का फैसला कर लिया.
जिसके बाद बीटीएससी ने पहले की प्रकिया को रद्द कर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की.इस परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया और सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच कर ली गयी.इस बीच परीक्षा की प्रकिया में बीच में ही किए गए बदलाव के खिलाफ कुछ अभ्यर्थी पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की.इस याचिका पर सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने सरकार द्वारा किये गए बदलाव को रद्द कर दिया और एएनएम परीक्षा के अंक और अनुभव के आधार पर ही भर्ती करने का आदेश जारी किया.इसके बाद एएनएम अभ्यर्थी आपस में ही उलझ गए,और सोसल मीडिया के ग्रुप में तीखी बहस होने लगी.वहीं राज्य सरकार पटना हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ डबल बेंच मे चली गयी,जहां कई तिथि में सुनवाई हुई है पर फैसला अभी तक नहीं हुआ है.
अब पटना हाईकोर्ट नें 9 अप्रैल को अगली सुनवाई होनी है.हजारों अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि कोर्ट इस दिन अंतिम फैसला दे देगा,जिसके बाद बीटीएससी भी इस फैसले को लागू कर जल्द से जल्द भर्ती की प्रकिया को पूरी कर सकेगी.