Desk:- बिहार के शिक्षा विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है जहां मैट्रिक फेल महिला 2006 से शिक्षिका के रूप में कार्यरत है, और शिक्षा विभाग में उसने अपनी छोटी बहन के सर्टिफिकेट जमा किए हैं और उसी के नाम पर नौकरी कर रही है.
इस मामले का खुलासा खुद शिक्षिका की छोटी बहन के आरोप लगाए जाने के बाद हुआ है अब शिक्षा विभाग पूरे मामले की छानबीन में जुटा है और गड़बड़ी पाए जाने के बाद आरोपी शिक्षिका के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
यह मामला बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के भितहा प्रखंड अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर का है. यहां 2006 से अनीता देवी शिक्षिका के रूप में बच्चों को पढ़ा रही है. अब अनीता की छोटी बहन ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देखकर आरोप लगाई है कि असली अनीता गुप्ता वह है और जो शिक्षिका स्कूल में अनीता के नाम पर पढ़ा रही है, वह उसकी बड़ी बहन है और उसका नाम मुन्नी देवी है जो दसवीं में फेल कर गई थी और उसके बाद पढ़ाई छोड़ दी थी. उसने 2006 में उसके सर्टिफिकेट पर शिक्षिका की नौकरी ज्वाइन की थी.इसके लिए उसने यूपी के पडरौना ब्लॉक से जारी पारिवारिक सूची का एक प्रमाण पत्र संलग्न करते हुए बताया है कि बैजनाथ गुप्ता की बड़ी बेटी मुन्नी गुप्ता, अनीता गुप्ता बनकर शिक्षिका की नौकरी कर रही है. वह तीन बहन है जिसमें मुन्नी गुप्ता बड़ी है जबकि अनीता गुप्ता दूसरे स्थान पर है. वही छोटी बहन के आरोप को नकारते हुए शिक्षिका अनीता ने कहा कि वही असली अनीता है, और उसके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं.
अब शिक्षा विभाग इस पूरे मामले की छानबीन में जुटा है. शिक्षिका से सभी शैक्षणिक दस्तावेज के साथ ही आधार कार्ड पैन कार्ड और आवासीय प्रमाण पत्र मांगे गए हैं. अगर फर्जीवाड़ा का मामला सही पाया जाता है तो फिर शिक्षिका के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी.