सुशील मोदी ने कहा -IAS लालू यादव का थूकदान उठाते थे …तो RJD ने पलट कर कहा- लालूफोबिया से ग्रसित है BJP
गोपालगंज के थावे मंदिर परिसर में बारिश के दौरान डीएसपी ने लालू यादव के लिए लगाया था छाता
DESK- करीब 7 साल के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बड़े लाल तेजप्रताप यादव के साथ पैतृक गांव गोपालगंज के फुलवारिया पहुंचे थे.इससे पहले उन्हौने थावे मंदिर में मातारानी का दर्शन किया.मंदिर परिसर में बारिश के दौरान डीएसपी द्वारा लालू प्रसाद यादव के सिर पर छाता लगाने का मामला अब राजनीति का प्रमुख मुद्दा बन गया है. लालू प्रसाद यादव एवं आरजेडी के प्रमुख आलोचक रहे बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने आपत्ति जताते हुए सीधे सीएम नीतीश कुमार के हिम्मत पर सवाल उठा दिया. सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि एक समय लालू जब मुख्यमंत्री थे तब IAS अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि SDPO साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं । नीतीश जी का यही सुशासन है ? नीतीश जी ऐसे SDPO पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखायेंगे ।
सुशील मोदी के लालू के बहाने नीतीश कुमार से सवाल पूछे जाने के बाद महागठबंधन के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. सबसे ज्यादा आरजेडी के नेता गुस्से में हैं और उन्होंने कहा है कि बीजेपी के नेता लालू फोबिया से ग्रसित हो गए हैं इसलिए उनके सपने में भी अब लालू प्रसाद यादव आने लगे हैं।
Rjd प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के थावे मंदिर में दर्शन के समय पुलिस द्वारा दी गई सुरक्षा पर भाजपा द्वारा घटिया और निम्न स्तरीय राजनीति करने और बेवजह बात को बतंगड़ बनाने का आरोप लगाया है।उन्हौने कहा कि भाजपा नेता मानसिक रूप से इतने दिवालिया हो गए हैं कि उनकी मानवीय संवेदना भी मर चुकी है। लालू प्रसाद बिहार के सबसे बड़े दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं साथ हीं वे बिहार के मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। जिस समय लालू जी मन्दिर से निकल रहे थे उस समय बारिश हो रही थी। उनके सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारी यदि उस समय छाता लिए हुए था तो वह कौन सा गुनाह कर दिया , जबकि उसे अपने हथियार को भी भींगने से बचाना है।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि भाजपा नेता बताएं कि कौन से कानून में है कि जमानत प्राप्त एक साधारण व्यक्ति को भी सुरक्षा देने की जिम्मेदारी प्रशासन के उपर नहीं है, जहां तक राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति है तो भाजपा नेताओं को यह नहीं दिखाई दे रहा है कि पिछले दिनों जो कोई आपराधिक घटना घटी है पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र कुछ घंटों के अन्दर सभी मामलों का उद्भेदन करने और अपराधियों को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि INDIA गठबंधन बनने के बाद भाजपा नेताओं को अब सपने में भी लालू जी से डर लगने लगा है। उनके कल्पनाओं के विपरित लालू जी और मुख्यमंत्री नीतीश जी द्वारा किए गए सार्थक पहल से देश के अधिकांश गैर भाजपा दलों की एकता से भाजपा नेताओं की निन्द उड़ चुकी है। जनता के बीच जाने का उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। जबरन मुद्दा बनाने की तलाश में राज्य के अन्दर नफरत और उन्माद पैदा करने की उनकी कोशिश को भी बिहार की जनता लगातार विफल करती रही है। इससे हताश और निराश होकर ऐसे मुद्दों पर अपनी भड़ास निकालने लगे हैं जो सही अर्थों में मुद्दा ही नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार का विकास में अव्वल स्थान पर पहुंचने और बड़े पैमाने पर नौजवानों को नौकरी व रोजगार देने जैसी उपलब्धियों से इनक दिमाग की खुजलाहट काफी बढ़ गई है।
बताते चलें कि गोपालगंज के दौरे पर लालू प्रसाद यादव ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोला था और लोकसभा चुनाव 2024 में सत्ता से बाहर करने की बात कही थी उन्होंने विपक्षी दलों की इंडिया गठबंधन की अगस्त माह के अंतिम में मुंबई में होने वाली बैठक को लेकर भी कई तरह की बातें कही थी यही वजह है कि लालू प्रसाद की बढ़ती एक्टिविटी से भाजपा उन्हें टारगेट कर रही है.
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