Desk:- बिहार पुलिस में जाति के आधार पर अधिकारियों से भेदभाव हो रहा है, और निचली जाति के अधिकारी के बड़े पद मिलने पर ऊंची जाति के अधिकारी उसके साथ बुरा बर्ताव करते हैं.. ये आरोप हार्ट अटैक की वजह से कल के गाल में समाये प•चम्पारण के मटियरिया थानाध्यक्ष अंकित कुमार दास की पत्नी पूजा सक्सेना ने लगाई है.
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए अंकित दास की पत्नी पूजा सक्सेना ने आरोप लगाया कि छोटी जात होने के कारण डीएसपी सहित मटियरिया थाना मे तैनात सहकर्मी उनसे भेद भाव करते थे. जूनियर अधिकारी थानाध्यक्ष अंकित की इज्जत नहीं करते थे। हमेशा उन्हे जलील किया जाता था. कहा जाता था कि कैसे एक छोटी जाति के दरोगा को थानाध्यक्ष की कमान मिली है.इसे थानाध्यक्ष के पद पर नही रहने देना है। वहीं स्थानीय डीएसपी भी काफी परेशान करते थे. कई बार उन्होंने बेवजह गाली गलौज की थी. सीनियर और जूनियर अधिकारियों के रवैया से परेशान होने की वजह से अंकित मानसिक रूप से परेशान रहते थे, और इतनी कम उम्र में ही उन्हें हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई, जबकि थानेदारी मिलने से पहले उन्हें हार्ट की कोई बीमारी नहीं थी.इसलिए ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जब बड़े पद पर आने के बाद भी जाती है मानसिकता से घिरे हुए हैं
मृतक थानेदार की पत्नी के आरोप के बाद पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप बचा हुआ है. वही मृतक थानेदार की पत्नी के आरोप के संबध मे चंपारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत ने कहा कि उनकी जानकारी में इस तरह की कोई बात नही है. पश्चिम चंपारण और बिहार की पुलिस पूरी तरह से उस परिवार के साथ है. कानूनी प्रावधान के अनुसार जांच पड़ताल की जा रही है. SP और वे खुद उनके परिजन के साथ मुलाकात की है और अपना पर्सनल नंबर भी दिया है ताकि किसी तरह की परेशानी को हुए हम लोगों से शेयर कर सकें.