DESK-नीतीश-तेजस्वी सरकार की कोशिश है कि बिहार आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो.इसके लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये प्रयास किया जा रहा है। पर्यटक स्थलों पर हिंदी के साथ ही अंग्रेजी में भी जानकारी देने की व्यवस्था की जा रही है. ये बातें राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यटन विभाग की समीक्षा के दौरान कही.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे अद्यतन कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने गयाजी धाम धर्मशाला, विष्णुपद मंदिर , सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर, केसरिया स्तूप के विकास को लेकर बनाये गये विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गयाजी धर्मशाला को 6 फ्लोर की बिल्डिंग बनाने की योजना प्रस्तावित है, जहाँ 1,100 लोगों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की व्यवस्था होगी। विष्णुपद मंदिर तक के पहुँचने के रास्ते को और सुगम बनाया जायेगा। सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर क्षेत्र को बेहतरीन तरीके से विकसित किया जायेगा। पर्यटन विभाग के सचिव ने राजगीर में सम्राट जरासंध स्मारक, बांका में ओढनी डैम का विकास, बांका में मंदार पर्वत गेस्ट हाउस का निर्माण, प्रकाश पुंज के सामने पार्क में वॉच टावर का निर्माण, बक्सर में ब्रह्मेश्वर स्थान का विकास, फुलवारीशरीफ में खानकाह मुजीबिया तथा मधुबनी में मिथिला हाट के विकास कार्य के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने सभी धर्म के स्थलों को विकसित किया है। हमलोगों का उद्देश्य रहता है कि वहाँ पहुँचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो। तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिये सरकार प्रयासरत है। गयाजी में देश के कई हिस्सों एवं विदेशों से लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री आते हैं। गया का अपना विशेष महत्व है। हमलोगों ने गयाजी डैम का निर्माण कराया है ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत हो हर वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाता है, जिसमें सारी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है। बिहार में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये हमलोग शुरू से काम कर रहे हैं। पर्यटन विभाग ने जो योजना बनायी है, वह बेहतर है। बिहार में पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिये योजनाबद्ध ढंग से काम करते रहें।
नीतीश ने कहा कि बिहार ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल है। पर्यटकों को सभी चीजों की जानकारी मिलेगी तो यहाँ की विरासत को ठीक ढंग से समझेंगे और जानेंगे। पर्यटकों को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में ठीक ढंग से जानकारी देने की व्यवस्था रखें।
बैठक में शामिल उप मुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने अधिकारियों से पर्यटन विभाग की योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए तेजी से काम करने पर बल दिया और आने वाले दिनों में बिहार में पर्यटकों की संख्या और ज्यादा बढ़ाने और उनकी सुविधा बेहतर करने को लेकर अपनी बात रखी.