Patna- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी लोकसभा चुनाव में तीसरी बार गया सुरक्षित सीट से भाग्य आजमाएंगे. 2014 और 2019 में मिली असफलता के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के रथ पर सवार होकर वे जीतने की उम्मीद लगाए हैं . मिली जानकारी के अनुसार जीतन राममांझी गया सुरक्षित लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए 28 मार्च को नामांकन करेंगे और इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. नामांकन के दिन जीतन राम मांझी एवं उनकी हम पार्टी के साथ ही सहयोगी एनडीए के सभी दलों के कई बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे.
बताते चलें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपनी ज्यादा उम्र की वजह से 2020 के विधानसभा चुनाव में ही शिरकत नहीं करना चाहते थे, पर सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था. जीतन राम मांझी के खड़ा नहीं होने पर इमामगंज की सीट उनकी पार्टी को नहीं देने की बात कही गई थी.इसके बाद जीतन राम मांझी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुए थे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी क़ो दूसरी बार हराकर विधानसभा पहुंचे थे. वही इस 2024 के लोकसभा चुनाव में हम पार्टी द्वारा सी ट मांगे जाने पर भाजपा ने जीतन राम मांझी को ही चुनाव लड़ने के लिए कहा है. जीतन राम मांझी के चुनाव नहीं लड़ने की स्थिति में हम पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में एक भी सीट मिलना मुश्किल लग रहा था. इसलिए जीतन राम मांझी लोकसभा चुनाव के मैदान में गया सुरक्षित सीट से तीसरी बार नामांकन करने जा रहे हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में जीतन राम मांझी जदयू प्रत्याशी के रूप में वे चुनावी मैदान में उतरे थे पर मोदी की लहर में वे तीसरे स्थान पर रहे थे और बीजेपी के हरि मांझी ने जीत दर्ज की थी. वही 2019 के लोकसभा चुनाव में वे महागठबंधन की तरफ से चुनाव मैदान में उतरे थे और उन्हें जदयू के विजय मांझी ने चुनाव में हराया था पर 2024 के इस लोकसभा चुनाव में उन्हें हरि मांझी के बीजेपी और विजय मांझी के जदयू का भी समर्थन मिल रहा है इसलिए जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी को पूरी उम्मीद है कि तीसरी बार में उन्हें सफलता जरूर मिलेगी और एक सांसद के रूप में संसद में जाने का उनका सपना पूरा हो पाएगा.
वहीं महागठबंधन की तरफ से अभी किसी भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ है. महागठबंधन की तरफ से कई प्रत्याशियों के मैदान में उतरने की चर्चा चल रही है. जब महागठबंधन अपने प्रत्याशी की घोषणा करेगा उसके बाद देखना होगा कि मोक्ष और ज्ञान की नगरी गया में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का संसद जाने का सपना पूरा होता हैं.या फिर विरोधी प्रत्याशी उनके सपने को चकनाचूर कर देता है.