सचिवालय में कर्मचारियों के लेटलतीफी का खुलासा: CM नीतीश के औचक निरीक्षण से मचा हड़कंप
सुबह 9.30 बजे औचक निरीक्षण करने पहुंचे नीतीश,सूचना के बाद अधिकारी भागे-भागे पहुंचे
अब पहले की तरह ही सचिवालय में समय देंगे सीएम नीतीश
DESK-बिहार की राजधानी पटना के सचिवालय में अधिकारी और कर्मचारी समय से नहीं आते हैं इसका खुलासा आज सीएम नीतीश कुमार के औचक निरीक्षण से हो गया.. अपने मुख्यमंत्री के 18 साल के कार्यकाल में पहली बार सचिवालय का औचक निरीक्षण करने सीएम नीतीश कुमार पहुंचे थे और वहां की उपस्थिति देखकर उन्हें निराशा हुई है,क्योंकि बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे थें. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपने प्रधान सचिव को कई निर्देश दिए हैं. और ऐसी संभावना है कि इस निर्देश के बाद विलंब से पहुंचने वाले कई कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
सुबह 9.30 बजे पहुंच गए थे सचिवालय
औचक निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि वर्ष 2008 से वर्ष 2012-13 तक हम मुख्य सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में 9:30 बजे आया करते थे। उस समय सभी कर्मचारी और अधिकारी भी निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंच जाते थे. अभी वे अपने आवासीय कार्यालय से ही कार्य का निष्पादन करते हैं।
सीएम नीतीश ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि सचिवालय में लोग अपने कार्यालय देर से आ रहे हैं तो हम इसका निरीक्षण करने आए हैं। अब हम सप्ताह में तीन दिन मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय और दो दिन मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित कार्यालय आएंगे और निरीक्षण करेंगे, उसके बाद अपने आवासीय कार्यालय में बैठेंगे।
सीएम के बयान से स्पष्ट है कि निरीक्षण के दौरान उन्हें कई कर्मचारी कार्यालय में नहीं मिले क्योंकि वे सुबह के 9:30 बजे ही सचिवालय पहुंच गए थे आमतौर पर 10 बजे के बाद ही कर्मचारी यहां पहुंचते हैं जबकि कर्मचारियों के निर्धारित समय पर पहुंचने को लेकर कई तरह के आदेश और निर्देश पहले भी निर्गत किया जा चुके हैं। सीएम की घोषणा के बाद विलंब से आने वाले सचिवालय कर्मियों की रूटीन में बदलाव की उम्मीद की जा रही है.
के के पाठक आ गए चर्चा में
सचिवालय में सीएम नीतीश के औचक निरीक्षण की सूचना के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निरीक्षण की चर्चा फिर से होने लगी है और कुछ लोग यह कहने लगे हैं कि केके पाठक के निरीक्षण से स्कूलों की व्यवस्था में हुए सुधार को देखते हुए नीतीश कुमार ने भी सचिवालय का औचक निरीक्षण किया है, क्योंकि उन्हें काफी दिनों से सचिवालय में कर्मियों के विलंब से आने की शिकायत मिल रही थी.
तेजस्वी यादव ने भी किया था निरीक्षण
पिछले साल अगस्त माह में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद डिप्टी सीएम बने तेजस्वी यादव ने भी स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया था. यहां तक कि पीएमसीएच में आधी रात को ही तेजस्वी पहुंच गए थे और मौके पर अनुपस्थित डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की थी उनके निरीक्षण के बाद कई अस्पतालों में लेट लतीफ को लेकर कार्रवाई हुई थी. अब जब की सीएम नीतीश कुमार ने भी सचिवालय का औचक निरीक्षण किया है और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं तो यह उम्मीद की जा रही है कि सचिवालय में लेट लतीफी अब खत्म होगी.
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