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बिहार के स्कूलों के लिए बोरा के बाद कबाड़ी बेचने का भी रेट तय..जानिए रेट लिस्ट

रद्दी कागज 7 रुपये और लोहे का कबाड़ी 20 रुपये किलो गुरुजी को बेचना होग.

patna- Bihar के सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक को मध्याह्न भोजन योजना के बोरे को 20 रुपये में बेचने के आदेश पर पहले से ही विवाद और बहस चल रहा है .इस बीच शिक्षा विभाग ने स्कूल में पड़े कबाड़ी बेचने का आदेश भी प्रधानाध्यापक को जारी कर दिया है और इसके लिए कबाड़ी का रेट भी फिक्स कर दिया है।
इससे संबंधित माध्यमिक शिक्षक निदेशक के पत्र का हवाला देते हुए राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने जिले के सभी स्कूलों को पत्र भेज रहे हैं,जिसमें कबाड़ी का रेट चार्ट भी संलग्न कर रहे हैं.

सुपौल के जिला शिक्षा पदाधिकारी द्आरा सभी प्रधानाध्यापक को भेजा गया पत्र सोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिसमें रद्दी कागज 7 रुपये किलो और लोहे या चदरे का समान 20 रुपये किलो से बेचने को कहा गया है।इस रेट लिस्ट में लकड़ी का समान 6 रुपये और प्लास्टिक 8 रुपये किलो बेचने के लिए कहा गया है।पुराना पंखा 100 रुपये पीस,पुरानी बैट्री 2 से 3 हजार के बीच,मध्याह्न भोजन का पुराना स्टील बर्तन 20 रुपये किलो और एलुमिनियम खरीद के आधे मूल्य पर बेचने को कहा है।
नीचे के लेटर में पूरा आदेश और रेट चार्ट पढ़ा जा सकता है..

बताते चलें कि शिक्षकों को गैर शिक्षण संबंधी कार्य लेने को लेकर लगातार बहस हो रही है और शिक्षक संघ इस तरह की एक्टिविटी से शिक्षकों को दूर रखने की मांग करता रहा है .हाल ही में शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव का पद संभालने वाले IAS के के पाठक में भी शिक्षकों की मांग के अनुरूप सभी जिला पदाधिकारियों को यह आदेश जारी किया था कि शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेने पर रोक लगाई जाए .

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पिछले दिनों मध्यान भोजन योजना के बोरे को 20 रुपये में बेचने का आदेश शिक्षा विभाग से जारी हुआ था जिसको लेकर बहस चल रही थी और विपक्षी नेताओं के साथ ही शिक्षक संघ ने इसका विरोध किया था. अब एक बार फिर से कबाड़ी बेचने का रेट लिस्ट जारी कर सभी स्कूल के प्रधानाध्यापक को भेजा गया है अब देखना है कि इस आदेश को लेकर शिक्षक संघ और विपक्षी दलों के साथ सत्ता पक्ष के नेताओं का क्या बयान आता है.

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