दादी ICU में भर्ती थी,और पोता मंदिर में शादी रचा रहा था, जानें वजह..

अस्पताल में भर्ती दादी लगातार अपने पोते की शादी देखने की इच्छा जता रही थी

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Desk:- दादी की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए पोते ने अस्पताल परिसर स्थित मंदिर में आनन-फानन में शादी रचाई. अपने पोते को बहू के साथ शादी के जोड़े में देखकर दादी ने आशीर्वाद दिया और फिर सदा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया. यह कहानी सुनाने में थोड़ा फिल्मी लगती है लेकिन यह हकीकत है और यह वाकया मुजफ्फरपुर के SKMCH में हुआ है.

मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा के रहने वाले अभिषेक की शादी शिवांगी नामक लड़की से तय हुई थी. दोनों परिवार की आपसी सहमति से अप्रैल माह में शादी की तारीख तय की गई थी. Pइस बीच अभिषेक की करीब 80 साल की दादी रीता देवी की तबीयत काफी खराब हो गई. उसे एसकेएमसीएच के इस वार्ड में एडमिट कराया गया था. डॉक्टर ने उनकी स्थिति काफी नाजुक बताई थी. आईसीयू के बेड पर पर ही रीता देवी बार-बार यह कह रही थी कि उसकी अंतिम इच्छा अपने पोते अभिषेक की शादी देखने की है, पर ऐसा लगता है कि भगवान उनकी इस इच्छा को पूरी नहीं कर पाएंगे. बीमार रीता देवी के बार-बार अपने पोते की शादी के देखने की इच्छा को डॉक्टरो ने परिवार के सदस्यों से कहा कि उनकी स्थिति ठीक नहीं है अगर संभव हो तो उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए प्रयास किया जाय.उसके बाद अभिषेक ने खुद पहल की और दुल्हन के परिवार वालों से अपनी दादी की अंतिम इच्छा को पूरी करने में सहयोग मांगा. दुल्हन शिवांगी के परिवार वाले भी अभिषेक की पहल पर हामी भर दी और फिर दोनों की शादी अस्पताल के परिसर स्थित मंदिर में विधि विधान से की गई. अभिषेक और शिवांगी शादी के जोड़े में आईसीयू में आकर अपनी दादी रीता से आशीर्वाद लिया, और फिर हुए घर के लिए निकले. अपने पोते को आशीर्वाद देने के कुछ देर के बाद ही रीता देवी का निधन हो गया.
दादी की अंतिम इच्छा और पोते द्वारा की गई इस पहल की चर्चा अब पूरे इलाके में हो रही है. कई लोग ऐसा कह रहे हैं कि दादी की सांस बस अपने पोते और उसकी बहू को देखने के लिए ही अटकी हुई थी और जैसे ही उन्होंने अपने पोते को बहू के साथ शादी के जोड़े में देखा, इसके बाद उनकी अंतिम इच्छा पूरी हो गई और फिर वह स्वर्ग सिधार गई.

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