Patna – बिहार लोक सेवा आयोग(BPSC )द्वारा प्रधान शिक्षक परीक्षा पास करने वाले 36000 से ज्यादा अभ्यार्थियों के लिए खुशखबरी है, शिक्षा विभाग ने उनके चॉइस के जिलों में पदस्थापित करने का फैसला लिया है, इसके लिए सभी सफल अभ्यर्थियों से तीन-तीन जिलों का चॉइस मांगा गया है.
इस संबंध में प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. इस पत्र के अनुसार प्रधान शिक्षक के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 36947 अभ्यर्थियों की अनुशंसा की गई है. इन सभी अभ्यर्थियों की कॉउंसलिंग 9 से 13 दिसंबर के बीच आयोजित की जा चुकी है. अब इन सभी को स्कूलों का आवंटन होना है. इसके लिए इन सभी सफल अभ्यार्थियों से तीन-तीन जिलों का चॉइस मांगा गया है.
पत्र के अनुसार सभी अनुशंसित अभ्यर्थी की शिक्षा कोष पोर्टल पर अपने लॉगिन आईडी के माध्यम से तीन-तीन जिला का अधिमानता अवरोही क्रम में भरेंगे. इसके लिए सफल अभ्यर्थियों द्वारा जिले के लिए दी गई अधिमानता एवं मेधा सूची के आधार पर सभी सफल अभ्यर्थियों को जिला आवंटित किया जाएगा अभ्यर्थी के मेघा के अनुसार तीनों अधिमानता से किसी के प्राप्त नहीं होने की स्थिति में उन्हें प्रशासनिक दृष्टिकोण से यथासंभव नजदीक वाला जिला आवंटित किया जाएगा. अपना चॉइस भरने की तिथि 10 जनवरी से 20 जनवरी तक रखा गया है. इन तिथियां के बीच सफल अभ्यर्थी कभी भी शिक्षा कोष पोर्टल पर अपना चॉइस भर सकते हैं.
बताते चलें कि अभी राज्य के अधिकांश स्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापक से काम चलाया जा रहा है, अभी कई स्कूलों में प्रभारी बनने के लिए शिक्षकों के बीच आपस में विवाद भी होता है और कई जगहों पर तो मारपीट की भी नौबत आई हुई है लेकिन इस प्रक्रिया के बाद 36000 से ज्यादा स्कूलों को अपना स्थाई प्रधान शिक्षक मिल जाएगा. प्रधान शिक्षक के नियुक्त हो जाने के बाद स्कूलों की व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है.