POSITIVE NEWS LIVE DESK- ऐसा लगता है जैसे बिहार में सरकारी शिक्षकों पर आफत सी आ गई है.. किसी शिक्षक का वेतन रोका जा रहा है तो किसी को निलंबित किया जा रहा है. अब बड़ी खबर नवादा से है जहां चार सरकारी शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया जा रहा है.इससे अन्य शिक्षकों में भी दहशत का माहौल है।
नवादा जिला में कार्यरत इन शिक्षकों का प्रमाणपत्र फर्जी निकला है।मिली जानकारी के अनुसार नवादा जिले में नियुक्त चार शिक्षकों की डिग्री झारखंड अधिविद् परिषद की जमा की गई थी,पर जांच में ये डिग्री फर्जी पायी गयी है.इसलिए इन सभी को नौकरी से बर्खास्त करने की प्रकिया शुरू कर दी गई है
फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश शिक्षा विभाग स्थापना के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मोहम्मद तनवीर आलम ने संबंधित नियोजन इकाई के सचिव को दी है इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र जारी कर बताया है कि नवनियुक्त शिक्षकों के अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र की जांच के लिए झारखंड अधिविद् परिषद रांची को भेजा गया था,पर जांच में यह फर्जी पाया गया है. डीपीओ ने जिन फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया है उनमें नारदीगंज के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर के शिक्षक गिरधर प्रसाद सिंह, मेसकौर के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गांधीनगर की शिक्षिका मंजू कुमारी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पूर्णाडीह की शिक्षिका चंचल कुमारी तथा नवसृजित प्राथमिक विद्यालय हुसैनचक के शिक्षक राजू पासवान है.इनलोगों को सेवामुक्त करते हुए प्रशासनिक कार्रवाई करने का भी आदेश दिया गया है।
बताते जाते हैं कि बिहार में बड़े पैमाने पर फर्जी सर्टिफिकेट और डिग्री के आधार पर शिक्षक नौकरी कर रहे हैं इसके लिए हाई कोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग जांच कर रही है जांच के क्रम में जैसे-जैसे फर्जी डिग्री पाई जा रही है तो फिर उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जा रहा है और शिक्षक के रूप में मिले वेतन की राशी की भी वापसी की जा रही है.