अजब-गजब :अपने ही प्रतिद्वंदी के लिए वोट मांग रहे हैं सांसद महोदय,जानें वजह..
समय और मजबूरी नेताजी से क्या-क्या करवा लेती है
Positive News Live :- लोकसभा चुनाव का बिगुल बज़ चुका है.विभिन्न पार्टियों की तरफ से प्रत्याशियों का ऐलान हो रहा है पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया भी चल रही है. इस बीच इस चुनाव में कुछ अजीबोगरीब मामले भी देखने को मिल रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में जिस सांसद ने अपने प्रतिद्वंद्वी को लाखों मतों से मात दी थी, इस बार उस सांसद को अपने ही प्रतिद्वंद्वी के लिए वोट मांगना पर रहा है.
ऐसा मामला बिहार के गया और मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में देखा जा सकता है, जहां पिछले चुनाव में चुनाव जीत कर आए सांसद का टिकट कट गया है और जिसे हराकर चुनाव जीता था उसे ही टिकट मिल गया है.इस बार गया और मुजफ्फरपुर के निवर्तमान सांसद अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं.
बताते चलें कि गया सुरक्षित लोकसभा सीट से 2014 के चुनाव में बीजेपी के हरि मांझी ने उस समय के जदयू प्रत्याशी जीतन राम मांझी को हराया था वही 2019 के चुनाव में जदयू प्रत्याशी विजय मांझी ने हम पार्टी से प्रत्याशी रहे जीतन मांझी को हराया था. लेकिन इस बार जीतन राम मांझी बीजेपी और जदयू के सहयोग से मैदान में उतरे हैं. ऐसे में 2014 और 2019 में जीतन राम मांझी को हराने वाले हरि मांझी और विजय मांझी बेटी कट हो गए हैं और अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं.
बात मुजफ्फरपुर की करें तो 2019 के चुनाव में बीजेपी के अजय निषाद ने वीआईपी पार्टी के डॉक्टर राज भूषण चौधरी को भारी मतों से हराया था, पर इस बार बीजेपी ने सांसद अजय निषाद का टिकट काटकर डॉ राज भूषण चौधरी को ही प्रत्याशी बनाया है. अब अजय निषाद अपने लोगों से इस राज भूषण चौधरी के लिए वोट मांगने जाएंगे जिनके खिलाफ पिछली चुनाव में प्रचार करके जीत हासिल की थी. इस तरह का मामला देश के कई लोकसभा क्षेत्र में देखा जा रहा है जहां विभिन्न दलों ने पिछले चुनाव में विजय पताका लहराने वाले सांसद का टिकट काटकर उसके ही प्रतिद्वंद्वी को चुनाव मैदान में उतार दिया है.
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